प्रयागराज के संगम तट पर एक महीने तक चलने वाले माघ मेले का प्रमुख स्नान पर्व है बसंत पंचमी, सूर्य और चंद्रमा दोनों की आराधना के इस स्नान पर्व में आस्था की डुबकी लगाने श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ता है | धार्मिक मान्यता है की आज के दिन सूर्य और चंद्रमा के एक ही राशि में होते है जिसके कारण लोग संगम में डुबकी लगाने से सौ अश्वमेध यज्ञों का फल मिलता है |
लोग सुबह से ही त्रिवेणी की पावन धारा में स्नान कर पूजा अर्चना और दानादि में लगे है| बसंत पंचमी में माघ मेले के सबसे बड़े स्नान पर्व पर संगम तट पर सुबह से ही यहां पहुंचने वालों का तांता लगा है |.आज का स्नान प्रयागराज के संगम तट पर एक महीने तक लगने वाले, माघ मेले का सबसे अच्छा स्नान पर्व माना जाता है।
यही वजह है कि हर कोई आज के इस पुण्य काल में त्रिवेणी की पावन धारा में पुण्य अर्जित करने में लगा हुआ है | प्रशासन को उम्मीद है की आज के स्नान पर्व के लिए करीब 50 लाख लोग संगम मे पहुचे गे और आस्था की डुबकी लगाए गे