उत्तराखंड में आई फ्लू के मरीजों की संख्या में कुछ दिनों में इजाफा हुआ है। जिसकी वजह से आई फ्लू की दवाओं की खपत भी बढ़ गई है। इसको देखते हुए उत्तराखंड स्वास्थ्य महकमा अलर्ट मोड पर आ गया है। लोगों को आई फ्लू से सतर्क रने के लिए कहा गया है।
आई फ्लू से बचाव के लिए जरूरी है कि लोगों को इसके लक्षणों के बारे में पता हो। दून अस्पताल के चीफ मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ अनुराग अग्रवाल ने बताया कि अस्पताल प्रशासन के पास सभी दवाइयां का स्टॉक पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। इसके अलावा नेत्र रोग विशेषज्ञों को भी विशेष एहतियात बरतने की सलाह दी गई है।
दून अस्पताल में सामान्य दिनों में जहां रोजाना 20 से 25 ड्रॉप की खपत थी। अब यह 30 से 35 हो गई है। डॉक्टर अनुराग अग्रवाल ने बताया कि आई ड्रॉप्स का भी पर्याप्त मात्रा में अस्पताल में है।
आई फ्लू के लक्षण
आई फ्लू होने पर आंखें लाल हो जाती है, आंखों में सूजन आ जाती है, आंखों में खुजली होती है इसके अलावा आंखों से पीले रंग का पीप आता है और पलक आपस में चिपक जाती है। बच्चों को आई फ्लू के साथ बुखार भी आता है।
कंजेक्टिवाइटिस का इलाज
डॉ अनुराग अग्रवाल ने बताया कि आंखों की सफाई को साफ रुमाल का इस्तेमाल करें व आंखों को बार-बार न छुएं और खुजली होने पर मसले नहीं काले चश्मे का इस्तेमाल करें इसके अलावा कॉन्टैक्ट लेंस का प्रयोग ना करें।
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