उत्तराखंड में बिजली बिलों में बढ़ा बदलाव होने वाला है। ऊर्जा निगम ने बिजली बिलों में बदलाव को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली है। उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड- यूपीसीएल (UPCL) ने बिजली के बिलों को हर महीने देने की व्यवस्था को आगे बढ़ाना शुरू कर दिया।

उत्तराखंड के में इन शहरों में इसकी शुरुआत होने वाली है। बिजली बिलों में बदलाव को लेकर कुछ लोगों का मानना था कि इससे उपभोक्ताओं को फायदा पहुंचेगा तो कुछ लोगों का कुछ ओर ही कहना था। देहरादून और ऋषिकेश में पायलेट प्रोजेक्ट के कामयाब होने पर उत्तराखंड के साथ और डिवीजन में मासिक बिलिंग की व्यवस्था लागू करने के आदेश दे दिए गए।
इन डिवीजन में चार किलोवाट तक विद्युत लोड वाले सभी घरेलू कनेक्शन पर यह सुविधा मिलेगी। एमडी-यूपीसीएल अनिल कुमार के अनुसार जिन उपभोक्ताओं के बिल माह मार्च, 2023 में जारी किए गए हैं, उनकी अगली बिलिंग द्विमासिक आधार पर माह मई, 2023 में की जाएगी। जून से उनकी मासिक बिलिंग शुरू हो जाएगी।
इसी प्रकार जिन उपभोक्ताओं के बिल अप्रैल 2023 में दिए गए हैं, उनकी अगली बिलिंग द्विमासिक आधार पर जून में की जाएगी। जुलाई से वो मासिक बिलिंग व्यवस्था से जुड़ जाएंगे। मालूम हो कि चार किलोवाट से अधिक विद्युत लोड वाले उपभोक्ताओं के लिए मासिक बिलिंग पहले ही शुरू कर दी गई है।
जबकि, चार किलोवाट तक के विद्युत लोड वाले उपभोक्ताओं के लिए देहरादून और ऋषिकेश में मार्च में लागू कर दिया गया था। लोगों ने इस व्यवस्था का स्वागत भी किया था।
इन डिवीजन में लागू हुई व्यवस्था:
हरिद्वार-नगरीय, रूद्रपुर प्रथम डिवीजन और काशीपुर, जसपुर, बाजपुर, सितारगंज, खटीमा डिवीजन
यह मिलेगा फायदा
उपभोक्ताओं को हर महीने बिल मिलेगा। इससे उन्हें दो महीने पर एक साथ पड़ने वाले भारी बोझ से राहत मिलेगी। मीटर की जांच के लिए अब से मीटर रीडर हर महीने आएंगे। इससे उपभोक्ता अपने मीटर की मासिक जांच और अपनी समस्याएं दर्ज करा सकेंगे। मीटर रीडर के नियमित रूप से आने पर बिजली पर भी अंकुश लगने की उम्मीद है। इसके साथ ही यूपीसीएल के लिए यह व्यवस्था आर्थिक रूप से बेहतर है। यूपीसीएल के पास बिल का पैसा नियमित रूप से आता रहेगा।
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