तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों से कथित हिंसा का मामले में बीजेपी फंसती नजर आ रही है। तमिलनाडु पुलिस ने बिहार बीजेपी के ट्विटर अकाउंट हॉल्डर के खिलाफ केस दर्ज किया है। प्रदेश बीजेपी के ट्विटर हैंडल से मजदूरों से हिंसा के मुद्दे पर अफवाह फैलाने का आरोप लगा है। इसके अलावा तमिलनाडु बीजेपी के अध्यक्ष अन्नामलाई के खिलाफ भी दो गुटों में हिंसा भड़काने का आरोप लगाते हुए केस एफआईआर दर्ज की गई है। चेन्नई पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।
चेन्नई पुलिस के मुताबिक बिहार बीजेपी के ट्विटर हैंडल चलाने वालों पर आईपीसी की धारा 153, 153 (1) (ए), 505 (1) (बी) और 505 (2) के तहत केस दर्ज किया गया है। यह एफआईआर तमिलनाडु पुलिस की सीसीबी क्राइम डिविजन ने दर्ज की है। इसके
बीते कुछ दिनों से तमिलनाडु में हिंदी भाषी बिहारी मजदूरों के हमले की खबरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। बीजेपी जोर-शोर से इस मुद्दे को उठा रही है। बिहार में पार्टी ने सदन में दो दिन जोरदार हंगामा किया और नीतीश सरकार से इस मामले को गंभीरता से देखने की मांग की। वहीं, तमिलनाडु में भी पार्टी प्रदर्शन करके एमके स्टालिन सरकार को घेर रही है। बीजेपी का दावा है कि स्थानीय लोगों द्वारा किए गए हमले में तमिलनाडु के अलग-अलग जगहों पर 12 से ज्यादा बिहारी मजदूर मारे जा चुके हैं। वहीं, 50 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।
बीजेपी का कहना है कि हिंसक घटनाओं से तमिलनाडु में काम कर रहे हिंदी भाषी मजदूरों में डर का माहौल पैदा हो गया है। वे अपने कमरों में दुबक कर रह रहे हैं और गांव वापस लौटने लगे हैं। बिहार सरकार को उनकी तुरंत उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। बिहार बीजेपी द्वारा अपने ट्विटर हैंडल से कथित हिंसा के वीडियो पोस्ट किए थे, जिसे तमिलनाडु पुलिस ने फर्जी बताया है।
तमिलनाडु पुलिस और सरकार का कहना है कि राज्य में बिहारी मजदूरों और स्थानीय लोगों के बीच झड़प की खबरें भ्रामक हैं। कुछ लोग अफवाह फैलाकर दो राज्यों के बीच तनाव पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने भी शनिवार को बिहार के सीएम नीतीश कुमार से फोन पर बात की। स्टालिन ने नीतीश को बताया कि तमिलनाडु में काम कर रहे बिहारी मजदूर उनके भाई जैसे हैं, उनकी सुरक्षा सरकार की जिम्मेदारी है।