प्रयागराज में बसपा के विधायक रहे राजू पाल की हत्या के मामले के गवाह उमेश पाल की सरेआम हत्या ने यूपी की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए थे। दिनदहाड़े एक अहम मामले के गवाह और उनके गनर की हत्या किए जाने से सनसनी फैल गई थी। माना जा रहा था कि यह मामला यूपी सरकार के कानून व्यवस्था के दावों पर सवाल खड़े करने वाला है। लेकिन ऐसा नहीं हुआ बल्कि दो दिन के अंदर ही यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का इकबाल पहले से और बुलंद हो गया। शुक्रवार को उमेश पाल की हत्या हुई थी और सीएम योगी ने विधानसभा में विपक्ष के हमलों के जवाब में कहा था कि हम किसी भी माफिया को मिट्टी में मिला देंगे।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में सपा पर ही हमला बोलते हुए अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगा दिया। यही नहीं उन्होंने कहा कि हम माफिया को मिट्टी में मिला देंगे। योगी आदित्यनाथ का यह कहना था और प्रयागराज में पुलिस की 7 टीमें अभियान में जुटा दी गईं। इन्हीं में से एक टीम ने सोमवार को उमेश पाल की हत्या में शामिल बदमाश अरबाज खान को मुठभेड़ में ढेर कर दिया। योगी सरकार के इस कदम की तारीफ हो रही है। सोशल मीडिया पर भी वह चर्चा में हैं और अपराध के मामले त्वरित फैसले की सराहना की जा रही है।
यही नहीं पूरे मामले में अब भाजपा ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को ही घेरना शुरू कर दिया है। उमेश पाल की हत्या में शामिल कार का ड्राइवर अरबाज खान था तो इस कांड में शामिल सदाकत खान को लेकर अखिलेश यादव घिर गए हैं। भाजपा नेताओं ने सदाकत खान के साथ अखिलेश यादव की एक तस्वीर शेयर की है और जवाब मांगा है। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि सपा ने अपराधियों को संरक्षण दिया है। सदाकत खान गाजीपुर जिले का रहने वाला है। कहा जा रहा है कि उसने ही उमेश पाल की हत्या की पूरी प्लानिंग की थी। सदाकत खान एक वकील है और इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में रह रहा है।
बसपा से बोले उमेश के परिजन- हमारा भरोसा तो योगी पर है
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हम यह जांच कर रहे हैं कि आखिर सदाकत खान कैसे हॉस्टल में रह रहा था। फिलहाल पुलिस ने सदाकत खान से जांच पड़ताल शुरू कर दी है। इस बीच उमेश पाल के परिवार ने सीएम योगी आदित्यनाथ पर भरोसा जताया है। परिवार से मिलने आए बसपा नेताओं से इन लोगों ने दोटूक कहा कि कोई भी मुलाकात करने आए लेकिन हमारा भरोसा सिर्फ सीएम योगी आदित्यनाथ पर है। सीएम योगी ही अब इस परिवार के संरक्षक हैं।