पाकिस्तान के बंदरगाह ग्वादर में सेल्युलर सेवाएं और मोबाइल नेटवर्क लगातार पांचवें दिन बंद हैं। ‘अवैध रूप से मछली पकड़ने’ और ‘अनावश्यक जांच चौकियों’ के विरोध में व्यापारिक केंद्र और दुकानें बंद हैं। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार ने ये जानकारी दी है।
ग्वादर और उसके आस-पास सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी। शहर में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था। पाकिस्तान के अखबार के मुताबिक, बलूचिस्तान सरकार ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए ग्वादर में हथियारों के प्रदर्शन और पीछे बैठकर सवारी करने पर धारा 144 लगा दी है।
अभी तक 100 से ज्यादा लोग किए गए गिरफ्तार
ग्वादर में प्रांतीय सरकार ने प्रदर्शनकारियों पर कड़ा प्रहार किया है। इसके साथ ही पांच या उससे अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध लगाने वाला आपातकालीन कानून लागू किया है। लिहाजा, करीब 100 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। डॉन अखबार ने खबर दी है कि ग्वादर में आपराधिक प्रक्रिया संहिता (CrPC) की धारा 144 लागू किए जाने के एक दिन बाद ये गिरफ्तारियां हुई हैं।
धारा 144 लागू होने के बाद भी विरोध प्रदर्शन जारी
बलूचिस्तान के गृह विभाग ने एक बयान में कहा, “ग्वादर में सभी प्रकार की रैलियों, विरोध प्रदर्शनों, धरने और पांच या अधिक लोगों के जमावड़े पर प्रतिबंध रहेगा।” धारा 144 लागू होने के बावजूद, मौलाना रहमान के नेतृत्व वाले हक दो तहरीक (एचडीटी) के कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखा। उन्होंने आंदोलन से जुड़े सभी लोगों और कार्यकर्ताओं की रिहाई की मांग की।
सुरक्षाबलों से झड़प, मुख्य राजमार्ग को बंद किया
एचडीटी के समर्थकों के साथ संघर्ष के बाद पाकिस्तान के बंदरगाह शहर में तनाव जारी रहा। इस महीने ग्वादर में कुछ लोगों की गिरफ्तारी के बाद अवैध रूप से मछली पकड़ने का विरोध हिंसक हो गया था। इसके बाद स्थानीय लोगों और सुरक्षा बलों के बीच झड़पें हुईं।
प्रदर्शनकारियों ने बंदरगाह शहर को मकरान डिवीजन के अन्य जिलों से जोड़ने वाले मुख्य राजमार्ग को बंद कर दिया है। डॉन ने सूत्रों के हवाले से बताया कि प्रांतीय सरकार ने जमात-ए-इस्लामी के नेता लियाकत बलूच से संपर्क किया था। उम्मीद है कि इससे स्थिति को सामान्य करने के साथ ही सरकार और एचडीटी के बीच विवाद का कारण बने मुद्दों को हल करने में मदद मिलेगी।