दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक-योल ने सोमवार को अपनी मीडिया ब्रीफिंग को निलंबित कर दिया है। बता दें कि प्रमुख टीवी प्रसारक के पत्रकारों को राष्ट्रपति यून के विमान में चढ़ने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।
यून के कार्यालय ने हाल के विवादों में पक्षपाती कवरेज के लिए पत्रकारों पर आरोप लगाया है। आरोप है कि इस महीने की शुरुआत में दक्षिण पूर्व एशिया की यात्रा के दौरान एमबीसी के एक चालक दल को राष्ट्रपति यून के साथ विमान में सवार होने से रोक दिया था।
रिपोर्टर ने राष्ट्रपति से किया था सवाल
फ्री-व्हीलिंग ब्रीफिंग को प्रतिबंध करने का निर्देश तीन दिन बाद आया जब एक एमबीसी रिपोर्टर ने राष्ट्रपति यून से एक सवाल पूछा था कि उनकी रिपोर्टिंग में ऐसा क्या दुर्भावनापूर्ण था? रिपोर्टर के इस सवाल का बिना जबाव दिए यून वहां से चले गए। इस दौरान रिपोर्टर की काफी आलोचना हुई और कहा कि उसमें शिष्टाचार की कमी हैं। ये सुनने के बाद रिपोर्टर काफी गुस्सा हो गया और राष्ट्रपति के एक अधिकारी के साथ उसकी जमकर हाथापाई हो गई।
राष्ट्रपति कार्यालय ने जारी किया बयान
राष्ट्रपति यून के कार्यालय ने सोमवार को अपने बयान में कहा कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए अब से अनौपचारिक मीडिया ब्रीफिंग को निलंबित किया जाता है। बता दें कि दक्षिण कोरिया में वर्षों से मीडिया ब्रीफिंग पर विराम लगा हुआ था। पत्रकारों का राष्ट्रपति तक पहुंच कम हुआ करती थी।
मई में दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति का पद संभालने के कुछ महीनों बाद से ही, यून को कम अनुमोदन रेटिंग के साथ संघर्ष करना पड़ रहा है। वहीं देश के आर्थिक सुधार और उत्तर कोरिया के परमाणु और मिसाइल परीक्षणों से निपटने को लेकर भी उनकी काफी आलोचना हो रही है। पोलस्टर रियलमीटर के सर्वे में सोमवार को उनकी अप्रूवल रेटिंग 33.4% रही, जो पिछले हफ्ते 34.6% थी। लगभग 64% ने एक राष्ट्रपति के तौर पर उनके प्रदर्शन को अस्वीकार कर दिया है।
राष्ट्रपति यून सुक-योल ने दिया बयान
हाल के हुए विवादों को लेकर यून ने 18 नवंबर को कहा कि एमबीसी को विमान से बाहर करने का निर्णय संविधान की रक्षा के लिए अपरिहार्य था। उन्होंने पत्रकार पर राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने का आरोप लगाया है।
एमबीसी एक वायरल वीडियो में सितंबर में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ एक संक्षिप्त बातचीत के बाद न्यूयॉर्क में एक कार्यक्रम से निकलते समय यून को अपमानजनक टिप्पणी करते हुए देखा गया था। मीडिया ने शुरुआत में बताया कि यून की ये टिप्पणियां अमेरिकी कांग्रेस को निशाना बना रही थीं। वहीं, यून के कार्यालय ने कहा कि वह दक्षिण कोरिया की संसद की बात कर रहे थे। आलोचकों ने एमबीसी को विमान में सवार होने से रोकने के फैसले को प्रेस की स्वतंत्रता का उल्लंघन बताया है।