उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में रविवार को एक 22 वर्षीय युवक की साम्प्रदायिक झड़प के दौरान गोली लगने से मौत हो गई। घटना उस समय हुई जब गाँव मंसूर में देवी दुर्गा की मूर्ति विसर्जन के लिए जा रहे एक जुलूस के दौरान संगीत बजाने को लेकर विवाद हो गया। इस झड़प में गोलीबारी और पत्थरबाज़ी की घटनाएँ सामने आईं, जिसमें आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हिंसा की कड़ी निंदा की है और कहा है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
घटना मंसूर गाँव के महराजगंज बाज़ार के पास हुई, जब देवी दुर्गा की मूर्ति विसर्जन के लिए एक जुलूस जा रहा था। जुलूस में शामिल रेहुआ मंसूर गाँव के निवासी राम गोपाल मिश्रा को गोली लग गई। परिवार के अनुसार, मिश्रा को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई।
इस हत्या के बाद क्षेत्र में साम्प्रदायिक तनाव और बढ़ गया, जिससे फखरपुर कस्बे और अन्य जगहों पर होने वाले मूर्ति विसर्जन कार्यक्रमों को रद्द करना पड़ा।
हालांकि, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रशासन को निर्देश दिया कि मूर्ति विसर्जन समय पर और सुचारू रूप से हो, और इसके लिए धार्मिक संगठनों के साथ समन्वय किया जाए। उन्होंने विसर्जन स्थलों पर पुलिस बल की तैनाती बढ़ाने के निर्देश दिए, जिसके तहत गाँव में पुलिस बल और अतिरिक्त जवानों को तैनात किया गया।
लापरवाही पर अधिकारियों पर कार्रवाई
बहराइच में मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई हिंसा के जवाब में, हार्डी थाना प्रभारी एस.के. वर्मा और महसी चौकी इंचार्ज शिव कुमार को निलंबित कर दिया गया है। पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने घटना के दौरान कथित लापरवाही के लिए इन अधिकारियों पर कार्रवाई की है।
यूपी डीजीपी प्रशांत कुमार ने एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि करते हुए कहा कि आसपास के जिलों जैसे गोंडा और बलरामपुर में भी कुछ जगहों पर आगज़नी की छिटपुट घटनाएँ हुईं।
डीजीपी ने बताया कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए गोरखपुर जोन के एडीजी के.एस. प्रताप कुमार और देवीपाटन रेंज के डीआईजी अमरेन्द्र प्रताप सिंह को अतिरिक्त बलों के साथ घटना स्थल पर भेजा गया है।
बहराइच में अशांति
राम गोपाल मिश्रा की मौत की खबर से स्थानीय गाँवों में आक्रोश फैल गया, जिससे महराजगंज बाजार में गाड़ियों को क्षतिग्रस्त कर आग के हवाले कर दिया गया।
गाँव में भारी पुलिस बल और प्रांतीय सशस्त्र बल (पीएसी) की तैनाती की गई, जिसमें वरिष्ठ अधिकारी, जैसे एसपी बहराइच वृंदा शुक्ला, डीआईजी अमरेन्द्र प्रताप सिंह और मंडलायुक्त शशि भूषण लाल भी शामिल रहे।
(पीटीआई से प्राप्त इनपुट के साथ)