प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने यूट्यूबर और बिग बॉस ओटीटी 2 विजेता सिद्धार्थ यादव उर्फ एल्विश यादव, उनके दोस्त गायक राहुल यादव उर्फ फज़िलपुरीया और एक कंपनी की ₹52 लाख से अधिक की संपत्ति जब्त की है। ईडी की ओर से जारी बयान के अनुसार, इस मामले में उत्तर प्रदेश के बिजनौर में कृषि भूमि और कुछ बैंक जमा राशि को जब्त किया गया है। यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग अधिनियम (PMLA) के तहत की गई है।
एल्विश यादव पर आरोप क्या हैं?
एल्विश यादव और गायक फज़िलपुरीया पर आरोप है कि वे अपने आयोजित पार्टियों में सांप के जहर का अवैध रूप से उपयोग करते थे और इससे जुड़े वित्तीय लेनदेन में भी संलिप्त थे। इसके अलावा, वे संरक्षित सांप प्रजातियों और दुर्लभ जानवरों जैसे इगुआना को अपने म्यूजिक वीडियो और व्लॉग्स में दिखाकर अपनी लोकप्रियता बढ़ाते और इससे कमाई करते थे।
ईडी का दावा है कि इन वीडियो को स्काई डिजिटल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को सौंपा गया और फिर यूट्यूब पर अपलोड कर मुनाफा कमाया गया। इस संबंध में नोएडा पुलिस की एफआईआर का भी हवाला दिया गया, जिसमें इन वीडियो में वन्यजीवों के साथ “क्रूरता” का आरोप लगाया गया था।
आरोपों की पूरी सूची क्या है?
एल्विश यादव को 17 मार्च को नोएडा पुलिस ने गिरफ्तार किया था, जब उन पर सांप के जहर का उपयोग मनोरंजक दवाओं के रूप में पार्टियों में करने का शक था। उनके खिलाफ नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (NDPS) अधिनियम, वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, और भारतीय दंड संहिता (IPC) के तहत आरोप लगाए गए थे।
नोएडा के सेक्टर 49 पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर में छह लोगों को नामजद किया गया, जिसमें एल्विश यादव भी शामिल थे। यह एफआईआर एनजीओ ‘पीपल फॉर एनिमल्स’ (PFA) की शिकायत पर दर्ज की गई थी।
अन्य पांच आरोपियों को नवंबर में गिरफ्तार किया गया था, जो सांपों के चार्मर थे। उनके पास से नौ सांप और 20 मिलीलीटर संदिग्ध सांप का जहर जब्त किया गया था।
हालांकि, एल्विश यादव पर NDPS एक्ट के तहत लगाए गए आरोप बाद में हटा दिए गए, क्योंकि वे घटनास्थल पर मौजूद नहीं थे। लेकिन पुलिस उनके संभावित संबंधों की जांच करती रही, जिसमें सांप के जहर के उपयोग की बात सामने आई थी।
पार्टीज और फाइनेंस से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप
सितंबर में एल्विश यादव ने अपनी वित्तीय लेनदेन से संबंधित दस्तावेज जमा किए। इसके साथ ही उन्होंने अपने व्यक्तिगत संपत्तियों की जानकारी भी जांच अधिकारी को दी। यह जानकारी मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के दूसरे दौर में दी गई, जो सांप के जहर के उपयोग से जुड़े फाइनेंसियल लेनदेन पर आधारित है।
अप्रैल में, नोएडा पुलिस ने 1,200 पन्नों की चार्जशीट पेश की, जिसमें सांप तस्करी, साइकोट्रोपिक ड्रग्स का उपयोग, और अवैध रेव पार्टियों का आयोजन शामिल था।