डायबिटीज एक क्रॉनिक डिजीज है, जिसकी चपेट में अगर आप एक बार आ गए, तो इससे छुटकारा नहीं पाया जा सकता। इस बीमारी में शरीर का ब्लड शुगर लेवल बढ़ने लगता है, जो इंसुलिन की कमी या सेल्स का इसका सही इस्तेमाल न कर पाने की वजह से होता है। इस बीमारी की वजह से व्यक्ति के शरीर के अंग, जैसे लिवर, किडनी, आंखें, नर्वस सिस्टम आदि धीरे-धीरे डैमेज होने लगते हैं।
इसलिए इसे स्लो किलर भी कहा जाता है। इस बीमारी का इलाज भले ही नहीं है, लेकिन इसके कारण समझकर इससे बच जरूर सकते हैं। इससे ही जुड़ी एक स्टडी सामने आई है, जिसमें खाने और टाइप-2 डायबिटीज (Type-2 Diabetes) के बारे एक चौंकाने वाली बात सामने आई है। आइए जानें क्या हुआ इस स्टडी में खुलासा।
क्या है ये स्टडी?
इस स्टडी में पाया गया कि किसी भी प्रकार का मीट, चाहे वो रेड मीट हो, प्रोसेस्ड मीट हो या पोल्टरी मीट यानी चिकन हो, इन्हें खाने से टाइप-2 डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। इस स्टडी के लिए 20 देशों से 20 लाख लोगों को चुना गया, जिनपर इस बारे में रिसर्च की गई।
हर प्रकार के मीट से बढ़ता है खतरा
इस रिसर्च में लोगों को तीन अलग-अलग भागों में बांटा गया- वे लोग जो रेड मीट खाते हैं, वे जो प्रोसेस्ड मीट खाते हैं और तीसरी कैटेगरी जिसमें पोल्टरी मीट खाने वाले लोग शामिल थे। इन पर स्टजी करके ये पाया गया कि 100 ग्राम के लगभग बिना प्रोसेस किया गया रेड मीट खाने से डायबिटीज का खतरा 10 प्रतिशत बढ़ता है। वहीं, 50 ग्राम प्रोसेस्ड मीट खाने से 15 प्रतिशत और 100 ग्राम पोल्टरी मीट खाने से डायबिटीज का खतरा 8 प्रतिशत बढ़ता है।
भले ही अलग-अलग मीट खाने से रिस्क का लेवल अलग था, लेकिन खतरा हर प्रकार के मीट से बढ़ ही रहा है। साथ ही, डायबिटीज को प्रभावित करने वाले अन्य फैक्टर्स को ध्यान में रखने के बाद भी यही परिणाम देखने को मिले। डायबिटीज के बढ़ते मामलों के बीच इस स्टडी का सामने आना काफी चिंताजनक है। हालांकि, डायबिटीज से बचने के लिए आपको और भी जरूरी बातों का ख्याल रखना पड़ता है।
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