बिहार के दरभंगा में राज्य के दूसरे अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) निर्माण के लिए बिहार सरकार ने सोमवार को जमीन हस्तांतरण की प्रक्रिया पूरी कर ली है। पटना में बिहार सरकार के प्रतिनिधि ने दरभंगा के शोभन में बनने वाले एम्स के डायरेक्टर (निदेशक) को सोमवार 150.13 एकड़ जमीन का कागज सुपुर्द किया है।
जमीन हस्तनांतरण के बाद मिला आत्मसन्तोष: सांसद
सोमवार को भूमि हस्तांतरण के कागजात एम्स दरभंगा के कार्यकारी निदेशक डॉ. माधवानंद कार को स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव शशांक शेखर सिन्हा ने सौंप दी है। गौरतलब है कि वित्तीय वर्ष 2015 -2016 में दरभंगा में बिहार के दूसरे एम्स की स्वीकृति प्रदान की गई थी। 750 बेड वाले इस अस्पताल के लिए वर्ष 2020 में भारत सरकार ने 1264 करोड़ रुपए की राशि मंजूर की थी। मिथिलांचलवासियों सहित नेपाल एवं पूर्वोत्तर राज्यों के लोगों का दरभंगा में एम्स का सपना अब हकीकत बनने जा रहा है। दरभंगा के सांसद गोपाल जी ठाकुर ने एम्स के लिए जमीन हस्तांतरण की प्रक्रिया पूरी होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत बिहार के मुख्यमंत्री तक को इसके लिए आभार व्यक्त किया है उन्होंने कहा है कि जमीन हस्तनांतरण के बाद मुझे अपने पहल, प्रयास तथा संघर्ष पर आत्मसन्तोष मिला है।
सांसद डॉ. ठाकुर ने मिथिला के करोड़ों लोगों के लिए एम्स की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा की इसके बन जाने के बाद उत्तर बिहार खासकर मिथिला से लेकर नेपाल और उत्तर पूर्वी राज्यों के लोगों का सुलभ सस्ता तथा गुणवत्तापूर्ण ईलाज की सुविधा मिलेगी। दरभंगा जिला के शोभन में एम्स के निर्माण होने से उत्तर बिहार का हर द्दष्टि से विस्तार होगा और रोजगार सृजन के नए आयाम भी मिलेंगे।