दरभंगा में एक विवाहिता की मौत संदेहास्पद स्थिति में हो गई। ससुराल वाले देर रात आननफानन में साक्ष्य मिटाने की नीयत से उसे जलाने के लिए श्मशान ले गए, लेकिन इस बात की भनक पुलिस को लग गई और उसे खोजते हुए वहां पहुंच गई। पुलिस को देखकर ससुराल वाले श्मशान से फरार हो गये। मौके से पुलिस ने शव को अपने कब्जे में कर उसे पोस्टमार्टम के लिए डीएमसीएच भेज दिया। घटना बिरौल थाना क्षेत्र के पोखराम दक्षिणी पंचायत के बलहा गांव की है। बलहा गांव निवासी रामधार मुखिया के पुत्र मणिकांत मुखिया से पिंकी देवी (22) की शादी हुई थी।
दो साल पहले हुई थी शादी
मृतका का मायका अलीनगर थाना क्षेत्र के जयंतीपुर में है। वह जयंतीपुर निवासी राज कुमार सहनी की पुत्री थी। उसकी शादी दो वर्ष पूर्व मणिकांत मुखिया के साथ हुई थी। आज की तारीख में उसे एक साल की एक बेटी भी है। पिंकी के परिजनों का कहना है कि उन्हें स्थानीय लोगों से सूचना मिली कि ससुराल वाले उनकी बेटी की हत्या कर लाश को जलाने गए हैं। इस बात की सूचना मिलते ही वे लोग बिरौल पहुंचे और इस बात की सूचना बिरौल पुलिस को दी।
पुलिस को देखकर हुए फरार
परिजनों की शिकायत पर साक्ष्य मिटाने की नीयत से शव को जलाने के लिए जाने की सूचना मिलते ही बिरौल थाना की पुलिस श्मशान घाट पहुंची। श्मशान घाट पर पुलिस को पहुंचते देख मृतका के ससुराल वाले चिता पर रखे शव को छोड़ कर फरार हो गए। मौके से पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले लिया और फिर उसे पोस्टमार्टम के लिए दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (डीएमसीएच) भेज दिया।
जांच में जुटी पुलिस
घटना के संबंध में बिरौल थाना के थानाध्यक्ष अमृत लाल वर्मन ने बताया कि मृतका के पिता राज कुमार सहनी ने दहेज की खातिर ससुराल वालों पर हत्या का आरोप लगाया है। थानाध्यक्ष ने बताया कि मृतका के पिता ने ही शव को जलाने की सूचना पुलिस को दी थी, जिसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर श्मशान घाट पहुंच चिता से शव को जब्त किया और पोस्टमार्टम के लिए डीएमसीएच भेज दिया।