बठिंडा में मॉल रोड एसोसिएशन के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह उर्फ मेला हत्याकांड में सुपारी लेकर हत्या की आशंका जताई जा रही है। इस मामले का अगर खुलासा होता है तो इसके तार गैंगस्टरों से जुड़ सकते हैं। इसके अलावा वारदात में बदमाशों की ओर से इस्तेमाल मोटरसाइकिल का नंबर भी फर्जी पाया गया है। इस रजिस्ट्रेशन नंबर के असल मालिक को पूछताछ के लिए जब हिरासत में लिया गया तो वह मजदूर निकला।
मामले को सुलझाने के लिए करीब 20 पुलिस मुलाजिमों की टीम जुटी है। पुलिस टीम बठिंडा के लहरा बेगा टोल प्लाजा से लेकर बरनाला व संगरूर को जाने वाले हर रास्ते के सीसीटीवी कैमरों को खंगाल रही हैं। इसके अलावा पुलिस ने मृतक के फोन की भी जांच की। शनिवार को हत्या के बाद सबसे पहले बठिंडा पुलिस की एक टीम ने लहरा बेगा स्थित टोल प्लाजा के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाला। इसमें आरोपी टोल प्लाजा पार करते नजर आ रहे हैं। पुलिस का मानना है कि आरोपी हत्या के बाद दूसरे जिले में जाकर छिप चुके हैं।
विदेशी हथियार 9 एमएम का इस्तेमाल
सूत्रों के अनुसार हत्याकांड में 9 एमएम के विदेशी हथियार इस्मेमाल किया गया है। इसका इस्तेमाल अधिकतर गैंगस्टर करते हैं। 9 एमएम के इस हथियार का ट्रिगर दबाने पर छह गोलियां तक चल सकती हैं। पुलिस की भाषा में इसे ब्रस्ट कहा जाता है। हरजिंदर सिंह उर्फ मेला पर मोटरसाइकिल सवारों ने बिना रुके चलती बाइक से 9 एमएम के हथियार से एक बार में ही गोलियों की बौछार की थी। यह बात सीसीटीवी में स्पष्ट हो गई है। इसी कारण पुलिस की जांच गैंगस्टरों के आसपास टिक गई है। सूत्रों ने बताया कि हो सकता किसी गैंगस्टर ने सुपारी लेकर वारदात को अंजाम दिया।