अडानी ग्रुप की कंपनी अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन ने सोमवार को खास डेट सिक्योरिटीज का बायबैक प्रोग्राम अनाउंस किया है। अडानी पोर्ट्स के इस कदम का मकसद साल 2024 में चुकाए जाने वाले लोन के कुछ हिस्से का रिपेमेंट करना है। अडानी पोर्ट्स ने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में बताया है कि उसने बकाया कर्ज में 130 मिलियन डॉलर तक का टेंडर इश्यू किया है। अडानी पोर्ट्स के शेयर सोमवार को बीएसई में 665.70 रुपये के स्तर पर ट्रेड कर रहे हैं।

इनवेस्टर्स का भरोसा बढ़ाने के लिए कंपनी उठा रही यह कदम
अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन यह कदम इनवेस्टर्स का भरोसा बढ़ाने के लिए उठा रही है। इस साल की शुरुआत में अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में तेज गिरावट आई थी। पिछले कुछ महीने में अडानी ग्रुप के स्टॉक्स और बॉन्ड्स में थोड़ी रिकवरी देखने को मिली है। अडानी ग्रुप की तरफ से कुछ कर्ज चुकाए जाने और अमेरिकी इनवेस्टमेंट फर्म जीक्यूजी पार्टनर्स की तरफ से 1.9 बिलियन डॉलर का इनवेस्टमेंट मिलने के बाद शेयरों और बॉन्ड्स में रिकवरी आई है।
करीब 2 बिलियन डॉलर के फॉरेन करेंसी बॉन्ड्स
अडानी ग्रुप के लेटेस्ट कॉरपोरेट डॉक्यूमेंट्स से पता लगता है कि ग्रुप की दो कंपनियों-अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन और अडानी ग्रीन एनर्जी के पास करीब 2 बिलियन डॉलर के फॉरेन करेंसी बॉन्ड्स हैं जो कि अगले साल मैच्योर होने हैं। इकनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अडानी ग्रुप अपने कुछ फॉरेन करेंसी बॉन्ड्स को प्राइवेट प्लेसमेंट के जरिए रीफाइनेंस करने के लिए इनवेस्टर्स के साथ बातचीत कर रहा है।
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