राज्य सरकार ने सम्मिलित राज्य / प्रवर अधीनस्थ सेवा (पीसीएस) की मुख्य परीक्षा से वैकल्पिक विषय की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया है। इसके स्थान पर उत्तर प्रदेश से जुड़े हुए समान्य ज्ञान के दो प्रश्नपत्र जोड़ दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। इसके लिए कार्मिक विभाग के प्रस्ताव सम्मिलित राज्य प्रवर अधीनस्थ सेवा मुख्य परीक्षा व परीक्षा योजना पाठ्यक्रम में संशोधन संबंधी प्रस्ताव को पास कर दिया गया है। इसके बाद स्केलिंग को लेकर काफी समय से चला आ रहा विवाद खत्म हो जाएगा।
सम्मिलित राज्य / प्रवर अधीनस्थ सेवा (पीसीएस) की मुख्य परीक्षा में वैकल्पिक विषय की अनिवार्यता थी। मुख्य परीक्षा में विज्ञान विषय के अभ्यर्थियों को मानविकी विषय के अभ्यर्थियों से ज्यादा अंक मिल जाते थे, फिर स्केलिंग के नाम पर अंक घटाए-बढ़ाए जाने से किसी को फायदा तो किसी को नुकसान उठाना पड़ता। पीसीएस-2018 में स्केलिंग को लेकर काफी विवाद हुआ था।
स्केलिंग के चलते ही यूपी में दूसरे राज्यों के तमाम अभ्यर्थियों का चयन होने की शिकायतें भी आ रही थीं। इसलिए पीसीएस मुख्य परीक्षा से वैकल्पिक विषय हटाए जाने मांग तेज हुई। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने वैकल्पिक विषय हटाने संबंधी प्रस्ताव शासन को भेजा था। इसके आधार पर इसे कैबिनेट से मंजूर कराया गया है।