यस बैंक के शेयर दिसंबर में 24.75 रुपये के 52 वीक हाई पर पहुंचने के बाद काफी दबाव में हैं। बैंक के शेयरों में दिसंबर तिमाही के नतीजे आने के बाद फिर से गिरावट देखने को मिली। लेकिन बुधवार को एक बार फिर से इस बैंकिंग स्टॉक में तेजी देखने को मिली। ऐसे में निवेशकों के मन में सवाल उठ रहा है कि क्या यस बैंक के शेयरों में आई यह तेजी बरकरार रहेगी या नहीं… आइए जानते हैं एक्सपर्ट्स की क्या राय है…
स्वास्तिक इंवेस्टमार्ट से जुड़े गिरीश सोदानी कहते हैं, “वित्त वर्ष 2022-23 का दूसरा हाफ सरकारी बैंकों के शेयर होल्डर्स के लिए शानदार रहा है। एसेट क्वालिटी और रिकॉर्ड ग्रोथ की वजह से पीसएयू बैंकों के शेयरों में तेजी देखने को मिली है। बीते एक साल में यस बैंक के शेयरों में 24 प्रतिशत की तेजी देखने को मिली है। यस बैंक में सुधार तब से देखने को मिला है जब से इसके मैनेजमेंट की कमान स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के पास आ गया है। इसके अतिरिक्त वित्त मंत्री के बैड लोन के मैनेजमेंट की नई व्यवस्था का लाभ भी मिला यस बैंक को मिला है”
यस बैंक के शेयरों के प्रदर्शन को लेकर गिरीश बताते हैं, “यस बैंक के शेयर मार्च 2023 तक दबाव में रह सकते हैं। क्योंकि मार्च 2023 में एक्सिस बैंक, आईडीएफसी बैंक जैसे बड़े निवेशकों का लॉक इन पीरियड समाप्त हो रहा है। ऐसे में यह स्टॉक मुनाफा वसूली का शिकार हो सकता है।” गुरुवार सुबह 10.33 पर बीएसई में 1.17 प्रतिशत की गिरावट के साथ 16.90 रुपये पर कारोबार करे रहे थे।
प्रभुदास लीलाधर के वाइस प्रेसिडेंट विशाल पारेख कहते हैं, “यस बैंक के शेयर एक बार फिर 16.20 रुपये के लेवल तर पहुंचने में सफल रहा है। इस तेजी के वजह से बैंक के शेयर बाउंस बैंक कर सकते हैं। शार्ट टर्म टारगेट प्राइस 18.50 रुपये है। जबकि यह 21 से 22 रुपये के रेंज में भी जा सकते हैं। यस बैंक का सपोर्ट प्राइस 15.50 रुपये से 20 रुपये तय किया गया है।”