भारत के खिलाफ तीसरे टी20 मैच में 91 रनों से मिली हार के बाद श्रीलंका के कप्तान दासुन शनाका ने कहा कि वह बल्ले से अपने प्रदर्शन से खुश हैं, हालांकि गेंद से वह टी20 सीरीज में ज्यादा योगदान नहीं दे सके हैं, लेकिन अगले सप्ताह से शुरू हो रही तीन मैचों की वनडे सीरीज में वह बल्ले के साथ-साथ गेंद से भी योगदान देने की कोशिश करेंगे। सूर्यकुमार के दमदार 112 रन के बाद गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन की बदौलत भारत ने श्रीलंका को अंतिम मैच में 91 रनों से हराकर तीन मैचों की टी20 सीरीज 2-1 से अपने नाम किया है।
शनाका ने कहा, ”भारत आने से पहले मैं फॉर्म में नहीं था। सीरीज की शुरुआत में ही मैं अच्छे फॉर्म में वापस आ गया। मैं अपने प्रदर्शन से खुश हूं। जिस तरह से लड़कों ने सीरीज में प्रदर्शन किया, वो काफी पॉजिटिव है। मेरे अंगुली में चोट लगी थी, जिसके कारण मैंने सीरीज में गेंदबाजी नहीं किया, लेकिन वनडे सीरीज में गेंदबाजी करने पर फोकस रहेगा। टीम इंडिया को बधाई, खासकर सूर्या, जोकि फील्ड पर काफी अच्छे थे। मैं शांत रहना चाहता हूं और लड़को को सीखने देना चाहता हूं। जब मैं बल्लेबाजी के लिए आया, तो यह एक अलग गेम हो गया था।”
श्रीलंका के कप्तान दासुन शनाका ने तीन मैचों की टी20 सीरीज के दूसरे मैच में सिर्फ एक ओवर के लिए गेंदबाजी करने आए थे। वो भी मैच का आखिरी ओवर, क्योंकि भारत को जीत के लिए इस ओवर में 21 रन चाहिए थे और कप्तान ने मैच जिताने के लिए खुद जिम्मेदारी ली और लगभग दो महीने बाद गेंदबाजी के लिए उतरे। उन्होंने आखिरी ओवर में सिर्फ 4 रन देते हुए दो विकेट भी झटके।
भारत ने मुंबई में पहले मैच में दासुन शनाका की अगुआई वाली श्रीलंका की टीम को दो रन से हराकर शुरुआत की। पुणे में दूसरे मैच में भारत 207 रन के कड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए हार गया जबकि निर्णायक मैच में सूर्यकुमार यादव की 51 गेंद में नाबाद 112 रन की पारी से मेजबान ने पांच विकेट पर 228 रन बनाए। इसके जवाब में श्रीलंका की टीम 16.4 ओवर में 137 रन पर ढेर हो गई।