जी स्टूडियो ने फवाद खान की फिल्म ‘द लीजेंड ऑफ मौला जट्ट’ को 30 दिसंबर को रिलीज होने के लिए पूरी तरह से तैयारी कर ली थी। लेकिन अब, इस फिल्म की रिलीज को अनिश्चित काल के लिए रोक दिया गया है। बता दें कि पाकिस्तानी फिल्म ‘द लीजेंड ऑफ मौला जट्ट’ पहली पंजाबी भाषा की फिल्म है जिसने दुनियाभर में 200 करोड़ (पाकिस्तानी करेंसी में) से ज्यादा कमाई कर रिकॉर्ड बनाया है।
कैंसिल हुई ‘द लीजेंड ऑफ मौला जट्ट’ की रिलीज डेट
बॉलीवुड हंगामा की रिपोर्ट के अनुसार एक सूत्र ने खुलासा किया, “जी स्टूडियोज ने पहले ही सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन से द लीजेंड ऑफ मौला जट्ट के लिए क्लीयरेंस हासिल कर लिया था। लेकिन सोमवार को सीबीएफसी ने फिल्म को रिलीज करने से अपने हाथ खींच लिए।’
30 दिसंबर को रिलीज होनी थी फिल्म
साथ ही रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि ‘द लीजेंड ऑफ मौला जट्ट’ को आगे कब रिलीज किया जाएगा। इसे लेकर कुछ भी साफ नहीं कहा गया है। मना जा रहा है कि फिल्म की रिलीज को अनिश्चित काल के लिए रोक दिया गया है। सेंसर बोर्ड ने फिल्म को जो सर्टिफिकेट दिया था उसे भी रद्द कर दिया गया है। पहले इसकी रिलीज डेट 30 दिसंबर फिक्स की गई थी। जिसके बाद देशभर में इस पाकिस्तानी फिल्म का विरोध शुरू हो गया।
भारत में हुआ जमकर विरोध
उरी अटैक के बाद से ही भारत में पाकिस्तानी एक्टर्स का विरोध शुरू हो गया था। फिल्म ए दिल है मुश्किल में फवाद खान को लेकर काफी हंगामा हुआ था। जिसके पाकिस्तान में भी भारतीय फिल्मों को बैन कर दिया गया था। भारत में भी जब से खबर आई कि द लीजेंड ऑफ मौला जट्ट रिलीज की तैयारी की जा रही है यहां इस फिल्म का विरोध शुरू हो गया।
MNS नेता ने दी थी धमकी
इससे पहले बताया गया कि द लीजेंड ऑफ मौला जट्ट 23 दिसंबर को भारत में रिलीज की जाएगी। जिसके बाद इसपर बवाल मच गया। MNS नेता अमेय खोपकर ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर धमकी दी कि उनकी पार्टी पाकिस्तानी अभिनेता फवाद खान की पाकिस्तानी फिल्म ‘द लीजेंड ऑफ मौला जट्ट’ को किसी भी हाल में भारत में रिलीज नहीं होने देगी।