बिहार में यूरिया पर मचे हाहाकार के बीच छपरा के दिघवारा प्रखंड के बस्ती जलाल में प्रशासन की देखरेख में यूरिया खाद का वितरण किया गया। बकायदा पुलिसकर्मियों की तैनाती के बीच किसानों को खाद बांटी गई। पुलिस के पहरे में किसानों को यूरिया दिया गया। इससे पहले यूरिया को लेकर जमकर हंगामा हुआ था। खाद न मिलने पर किसानों ने सड़क पर जाम लगा दिया था। जिसके चलते पुलिस की निगरानी में यूरिया वितरण हुआ। दुकानदार रवि कुमार ने बताया कि आवंटन से तीन गुणा अधिक किसान दुकान पर जमा हो जा रहे हैं और हंगामा कर रहे हैं। ऐसे में प्रशासन को बुलाकर विरतण कराया जा रहा है।
यूरिया की कालाबाजारी के खिलाफ धरना
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी गड़खा अंचल परिषद के बैनर तले प्रखंड मुख्यालय पर यूरिया की कालाबजारी के खिला़फ आक्रोशपूर्ण धरना दिया गया। अंचल सचिव महेन्द्र प्रभाकर ने आरोप लगाया कि दुकानदारों और अधिकारियों की मिलीभगत से कृत्रिम अभाव पैदा कर यूरिया की कालाबाजारी की जा रही है। किसानों के बीच यूरिया को लेकर हाहाकार मचा है और अधिकारी बेपरवाह हैं। प्रखंड कार्यालय में किसी भी पदाधिकारी के नहीं रहने के कारण कार्यालय सचिव को मांग पत्र सौंपा गया।
यूरिया को लेकर किसानों में हाहाकार
वहीं किसान कांग्रेस के प्रदेश संयोजक अश्वनी कुमार सिंह ने कहा कि सारण सहित पूरे बिहार में यूरिया के लिए किसानों में हाहाकार मचा है। और सरकार हाथ पर हाथ धर चुपचाप बैठी है । उन्होंने नीतीश सरकार के कृषि विभाग पर निशाना साधते हुए कहा कि कृषि विभाग के अधिकारी किसानों की समस्याओं को महत्व नहीं दे रहे हैं और रबी की बुआई से लेकर उसकी सिंचाई के बाद तक जरूरी यूरिया खाद किसानों को उचित दाम पर नहीं मिल पा रही है।