कैप्टन आइशा अल मंसूरी को हाल ही में एतिहाद के क्रू ब्रीफिंग सेंटर में हुए एक समारोह में उनके परिवार और साथियों की मौजूदगी में कमान सौंपी गई थी. 33 वर्षीय आइशा अक्टूबर 2007 में एतिहाद के कैडेट पायलट कार्यक्रम में शामिल हुईं थीं.
कुछ मुस्लिम देशों में जहां महिलाओं पर तमाम प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं और उन्हें घर में कैद रहने को मजबूर किया जा रहा है तो वहीं कुछ ऐसे भी मुस्लिम देश हैं जहां महिलाएं कामयाबी की नई उड़ान भर रही हैं. संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की कैप्टन आइशा अल मंसूरी उन्हीं महिलाओं में से एक है. दरअसल, आइशा अल मंसूरी एक वाणिज्यिक एयरलाइन में संयुक्त अरब अमीरात की पहली महिला अमीराती कप्तान बन गई हैं.
हाल ही में सौंपी गई कमान
कैप्टन आइशा अल मंसूरी को हाल ही में एतिहाद के क्रू ब्रीफिंग सेंटर में हुए एक समारोह में उनके परिवार और साथियों की मौजूदगी में कमान सौंपी गई थी. 33 वर्षीय आइशा अक्टूबर 2007 में एतिहाद के कैडेट पायलट कार्यक्रम में शामिल हुईं. तब उनके बैच में यूएई से केवल दो महिलाएं ही शामिल थीं. 2010 में उन्होंने सफलतापूर्वक कार्यक्रम से स्नातक किया और अम्मान, जॉर्डन के लिए एयरबस ए 320 पर अपनी पहली फ्लाइट उड़ाई. धीरे-धीरे वह सफलता की सीढ़ी चढ़ती गईं और आज इस बुलंदी पर पहुंच गईं हैं.
कठिन परीक्षाओं और ट्रेनिंग से गुजरीं
आइशा सुपरजंबो यात्री विमान एयरबस ए-380 को उड़ाने वाली संयुक्त अरब अमीरात की पहली महिला नागरिक थीं. आइशा ने एतिहाद के कठिन प्रोग्राम को कंप्लीट करके कैप्टन के पद को हासिल किया है. उन्होंने यूएई जनरल सिविल एविएशन अथॉरिटी की सभी परीक्षाओं को सफलतापूर्वक पास किया और आधिकारिक तौर पर यूएई में एयर ट्रांसपोर्ट पायलट लाइसेंस (एटीपीएल) रखने वाली पहली अमीराती महिला कप्तान बन गईं.
एतिहाद के सीईओ ने दी बधाई
एतिहाद एविएशन ग्रुप के सीओओ, मोहम्मद अल बुलुकी ने आइशा की इस उपलब्धि पर कहा, “एतिहाद को कैप्टन आइशा की उपलब्धि और यूएई में विमानन में महिलाओं के लिए उनकी महत्वपूर्ण भूमिका पर बेहद गर्व है. इसमें कोई शक नहीं कि वह कई लोगों में पहली होंगी और एतिहाद भविष्य में कप्तान के पद पर और अधिक महिला पायलटों का स्वागत करने के लिए तत्पर है.”
अपनी उपलब्धि पर खुश हैं आइशा
वहीं, कैप्टन आइशा अल मंसूरी ने कहा: “मैं बहुत आभारी हूं कि मुझे एतिहाद के कैडेट पायलट कार्यक्रम में शामिल होने और एतिहाद के साथ वर्षों में अपने करियर को आगे बढ़ाने का अवसर मिला. मैं एतिहाद में अपने ट्रेनरों से मिले जबरदस्त समर्थन और अपने प्रशिक्षण के माध्यम से उनके मार्गदर्शन के लिए आभारी हूं, जिन्होंने मेरे कौशल को आकार दिया और मुझे कप्तान के पद के लिए तैयार किया. मुझे एक वाणिज्यिक एयरलाइन में कप्तान बनने वाली पहली महिला अमीराती होने पर गर्व है और मुझे उम्मीद है कि मैं अन्य युवा महिलाओं के लिए प्रेरणा बनूंगी.”