अजरबैजान और आर्मेनिया के बीच एक बार फिर तनातनी शुरू हो गई है। नागोर्नो-कारबाख के एक इलाके में दोनों देशों के सुरक्षाबलों के बीच संघर्ष हुआ है। हमले में तीन सैनिकों के मारे जाने की खबर है।
समाचार एजेंसी एपी ने इसके बारे में विस्तार से जानकारी दी है। नागोर्नो-कारबाख के सैन्य अधिकारियों ने दावा किया है कि अजरबैजान की आर्मी ने ड्रोन हमले किए हैं। अधिकारियों के मुताबिक, हमले में उनके दो सैनिक मारे गए हैं जबकि 14 घायल हो गए।
अजरबैजान ने लगाया आतंकी हमले का आरोप
वहीं, अजरबैजान ने आर्मेनियाई सैनिकों पर हमले का आरोप लगाया है। अजरबैजान के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि आर्मेनियाई सैनिकों द्वारा अवैध आतंकी कार्रवाई में उनके देश का एक सैनिक मारा गया है। अजरबैजान ने आर्मेनियाई सैनिक के हमले पर जवाबी कार्रवाई की है। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि जवाबी हमले में अवैध आर्मेनियाई आतंकी मारे गए हैं। हमले में कुछ घायल भी हुए हैं। इस हमले के बाद नागोर्नो-कराबाख के अलगाववादी नेता ने बुधवार को आंशिक सैन्य लामबंदी की घोषणा की, जिससे क्षेत्र में तनाव और बढ़ गया।
नागोर्नो-कराबाख पर दशकों पुराना है विवाद
नागोर्नो-कराबाख को लेकर दोनों देशों के बीच विवाद काफी पुराना है। ये इलाका अभी अजरबैजान में है। हालांकि, इस पर 1994 से आर्मेनिया का नियंत्रण है। इस क्षेत्र में 2020 में भी एक युद्ध हुआ था। इस युद्ध में 6600 से ज्यादा लोग मारे गए थे। 6 हफ्तों तक चली जंग के बाद रूस ने मध्यस्थता कर दोनों देशों के बीच शांति समझौता कराया था। रूस ने इलाके में दो हजार से ज्यादा जवानों को भेजा था।