कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (Karnataka CM Basavaraj Bommai) ने शनिवार को कहा कि राज्य सरकार राज्य में उद्योगों के लिए एक नई रोजगार नीति और स्व-मूल्यांकन संपत्ति कर प्रणाली पेश करेगी। मुख्यमंत्री ने राज्य और जिला स्तरीय वाणिज्य और औद्योगिक संघों के सम्मेलन में अपने संबोधन में कहा कि राज्य सरकार युवाओं और महिलाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए एक नई रोजगार नीति लेकर आ रही है।

‘राज्य में मूक क्रांति हो रही है’
बोम्मई ने कहा, ‘राज्य में एक मूक क्रांति हो रही है। सरकार टियर-2 शहरों में उच्च तकनीक वाले उद्योगों की स्थापना को प्रोत्साहित कर रही है। औद्योगिक संघों को व्यापार करने में आसानी में सुधार के लिए सरकार के साथ काम करना चाहिए। फेडरेशन आफ कर्नाटक चैंबर्स आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री (FKCCI) को कारपोरेट सामाजिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए।’
- मुख्यमंत्री ने कहा कि संपत्ति कर का मामला उनके संज्ञान में आया है और इसके समाधान के लिए तत्काल कार्रवाई की जाएगी।
- उन्होंने आश्वासन दिया कि बेंगलुरू में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) से संबंधित शिकायतों पर भी चर्चा की जाएगी।
- मुख्यमंत्री ने उद्योगपतियों का आह्वान किया कि वे टियर-2 और टियर-3 शहरों में प्रौद्योगिकी आधारित उद्योगों के लिए अपार अवसरों का लाभ उठाएं।
- उन्होंने कहा कि इन जगहों पर काफी प्रतिभा है और एफकेसीसीआई को इस संबंध में लीक को लेना चाहिए।
बोम्मई ने कहा, ‘कलबुर्गी और विजयपुरा में मेगा टेक्सटाइल पार्क आ रहे हैं। यादगिरी में एक फार्मास्युटिकल हब स्थापित किया जा रहा है। मुंबई-बेंगलुरु औद्योगिक गलियारे में तुमकुरु, चित्रदुर्ग, हावेरी, धारवाड़ और बेलगावी का विशाल औद्योगीकरण होगा।’ उन्होंने कहा कि नई औद्योगिक नीति लागू होने से व्यापार करने में आसानी हुई है।
प्रदेश में अति आधुनिक सेमीकंडक्टर निर्माण इकाई स्थापित की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य अक्षय ऊर्जा में भी अग्रणी है। क्योंकि यह देश के कुल उत्पादन का 43 प्रतिशत उत्पादन करता है।
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