सिद्धपीठ हनुमानगढ़ी और चारों पट्टी के नागा संतों ने डॉ. महेश दास उर्फ महेश योगी को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि उनका हनुमानगढ़ी से कोई संबंध नहीं है, वह सिर्फ यहां किराएदार हैं। बसंतिया पट्टी के महंत रामचरण दास महाराज के विरुद्ध अनर्गल आरोप लगाने से बाज आएं। ऐसा न करने पर हनुमानगढ़ी अखाड़ा उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई करेगा। यह चेतावनी धर्मसम्राट श्रीमहंत ज्ञान दास महाराज के उत्तराधिकारी एवं संकटमोचन सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय दास ने सोमवार को हनुमानगढ़ी परिसर स्थित अपने आश्रम में आयोजित प्रेसवार्ता में दी।
उन्होंने कहा कि स्वयं को महामंडलेश्वर बताने वाले महेश योगी का हनुमानगढ़ी से कोई संबंध नहीं है। वह केवल किरायेदार के रूप में यहां रह रहा है। कहा कि उनके द्वारा सोशल मीडिया पर हनुमानगढ़ी अखाड़ा और बसंतिया पट्टी के महंत रामचरण दास महाराज पर लगाए जा रहे आरोप पूरी तरह निराधार और निंदनीय हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि भविष्य में इस तरह का कोई भी अनर्गल बयान दिया गया तो उन्हें हनुमानगढ़ी से बाहर कर दिया जाएगा। बताया कि कुछ दिन उनके कमरे में आग लगने की घटना हुई थी, जिसका आरोप वह बसंतिया पट्टी के श्रीमहंत एवं संतों पर लगा रहा है, जबकि यह पूरी तरह गलत है। इस मामले की पुलिस जांच चल रही है और जांच के बाद सच्चाई सामने आ जाएगी।
बसंतिया पट्टी के श्रीमहंत रामचरण दास महाराज ने कहा कि महेश योगी का हनुमानगढ़ी या बसंतिया पट्टी से कोई लेना-देना नहीं है। वह स्वयं को गलत तरीके से हनुमानगढ़ी बसंतिया पट्टी का संत बताता फिर रहा है। ऐसे व्यक्ति के विरुद्ध हनुमानगढ़ी अखाड़ा कड़ी कार्रवाई करेगा। गद्दीनशीन महंत प्रेमदास महाराज के शिष्य संस्कृत महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. महेश दास ने कहा कि श्रीमहंत रामचरण दास महाराज ने अपना संपूर्ण जीवन हनुमानजी की सेवा और व्यवस्था में समर्पित कर दिया है। ऐसे संत पर आरोप लगाना अत्यंत निंदनीय है। आरोप लगाने वाला व्यक्ति केवल किरायेदार है, उसका हनुमानगढ़ी में कोई अस्तित्व नहीं है। निर्वाणी अनी के महासचिव महंत नंदराम दास, महंत राजेश दास पहलवान महाराज ने उन्हें मंदिर परिसर से बाहर करने की मांग की। प्रेसवार्ता में उपेंद्र दास, पहलवान मनीराम दास, सूर्यभान दास, अभिषेक दास, जयमंगल दास, पुजारी राजन दास, शिवम श्रीवास्तव सहित अन्य मौजूद रहे।
GDS Times | Hindi News Latest News & information Portal