प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को आईएफएस के प्रशिक्षु अधिकारियों से चर्चा की और उन्हें बताया कि कैसे विश्व स्तर पर देश की धारणा बदल रही है। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज का भारत आपसी सम्मान और गरिमा के साथ समान स्तर पर दुनिया के साथ संवाद करता है।
पीएमओ की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, आईएफएस के 2023 बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों ने सुबह सात बजे लोक कल्याण मार्ग पर मोदी से मुलाकात की। इस बैच में 15 विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से 36 आईएफएस अधिकारी प्रशिक्षण ले रहे हैं।
ट्रेनी अधिकारियों ने की भारत की विदेश नीति की प्रशंसा
बयान में कहा गया कि प्रशिक्षु अधिकारियों ने प्रधानमंत्री के नेतृत्व में विदेश नीति की सफलता की सराहना की और अपनी आगामी जिम्मेदारियों और इससे संबंधित कार्यों पर उनसे सुझाव और मार्गदर्शन मांगा। प्रधानमंत्री ने सुझाव दिया कि वह जहां भी तैनात रहें, उन्हें गर्व के साथ देश की संस्कृति का ध्यान रखना चाहिए और जहां भी मौका मिले उसका प्रदर्शन करने का प्रयास करना चाहिए।
मोदी ने अधिकारियों से व्यक्तिगत आचरण सहित जीवन के सभी क्षेत्रों में औपनिवेशिक मानसिकता पर काबू पाने और इसके बजाय खुद को देश के गौरवशाली प्रतिनिधियों के रूप में पेश करने की सलाह दी। प्रधानमंत्री ने इस दौरान प्रशिक्षु अधिकारियों को बताया कि कैसे भारत ने अन्य देशों की तुलना में कोविड महामारी का मुकाबला किया।
पीएम ने दिया सुझाव
उन्होंने उन्हें बताया कि कैसे भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री ने उन्हें यह भी सुझाव दिया कि वे विदेशों में अपनी तैनाती के दौरान भारतीय प्रवासियों के साथ अपने जुड़ाव का विस्तार करें।
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