चीन ने मंगलवार को अपने रक्षा बजट में 7.2 प्रतिशत की बढ़ोतरी की घोषणा की है। पहले से ही चीन 1.6 ट्रिलियन युआन (222 बिलियन अमेरिकी डॉलर) के साथ दुनिया में दूसरे स्थान पर है। पहले स्थान पर संयुक्त राज्य अमेरिका है। चीन के रक्षा बजट में हुई इस घोषणा को मोटे तौर पर पिछले वर्ष की वृद्धि को दर्शाता है।
इन 3 देशों से बढ़ा तनाव
अमेरिका, ताइवान, जापान और महत्वपूर्ण दक्षिण चीन सागर पर दावा साझा करने वाले पड़ोसियों के साथ चीन का हमेशा से तनाव बना रहा है। इसे लड़ाकू विमानों से लेकर विमान वाहक पोतों और परमाणु हथियारों के बढ़ते शस्त्रागार तक तेजी से बढ़ती उच्च तकनीक वाली सैन्य प्रौद्योगिकियों में वृद्धि के रूप में देखा जा रहा है।
विदेशी विशेषज्ञों का क्या हैं कहना?
रबर-स्टैम्प विधायिका की वार्षिक बैठक के उद्घाटन सत्र में मंगलवार को आधिकारिक बजट आंकड़े की घोषणा की गई। कई विदेशी विशेषज्ञों का मानना है कि यह सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी की सैन्य शाखा पीपुल्स लिबरेशन आर्मी द्वारा किए गए खर्च का केवल एक अंश है। एक बार अनुसंधान एवं विकास और विदेशी हथियारों की खरीद पर खर्च पर विचार किया जाता है।
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