सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि निकायों में खाली पड़ी छोटी-छोटी जगहों पर पक्की दुकान बनाएं और उनमें पटरी व्यवसायियों का पुनर्वास करें। बड़े भूखंडों पर कॉम्प्लेक्स बनाकर दुकानों के आवंटन में पटरी व्यवसायियों को प्राथमिकता दें।

सीएम ने ये निर्देश सोमवार को अफसरों को दिए। वह पीएम स्वनिधि योजना के तीन साल पूरे होने के उपलक्ष्य में गोरखपुर क्लब में आयोजित स्वनिधि महोत्सव को संबोधित कर रहे थे। सीएम ने पटरी व्यवसायियों को विश्वास दिलाया कि नगर निगम, पालिकाएं व पंचायतें उनके हितों के लिए काम करेंगी। पटरी व्यवसाइयों के पुनर्वास व व्यवसाय की स्वतंत्रता देने के लिए प्रशासन काम करे। उन्होंने कहा कि योजना के तहत 10 हजार लोन लेकर जमा करने वाले पटरी व्यवसायियों को 20 हजार व 50 हजार का ऋण देने के लिए कैंप लगाए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि खाली जमीनों पर दुकान बनाकर ऐसे पटरी व्यवसायियों को दें जिनका कारोबार 50 हजार रुपये से ज्यादा का होने के साथ ही लोन जमा करने का रिकार्ड भी बेहतर है। महोत्सव में सीएम ने 40 दिव्यांगों को मोटराइज्ड ट्राई साइकिल और स्वनिधि के 25 लाभार्थियों को अमृत कार्ट वितरित किया।
पर्व-त्योहार में सिलेंडर नहीं, मिलती थी लाठी
योगी ने कहा कि पूर्व की सरकारों पर तंज कसते हुए कहा कि तब पर्व-त्योहार में रसोई गैस का सिलेंडर नहीं, लाठी मिलती थी। अब हर गरीब को उज्ज्वला योजना का निशुल्क कनेक्शन मिल गया। इतना ही नहीं होली-दिवाली पर मुफ्त सिलेंडर भी मिल रहा है।
48 करोड़ गरीबों का खाता खुलवाया
सीएम ने कहा कि पहले गरीबों का बैंक में खाता नहीं खुलता था, लेकिन 2014 में नरेंद्र मोदी की सरकार आई तो 48 करोड़ से अधिक गरीबों का खाता खुल गया। सरकारी योजनाओं का सारा पैसा उसी खाते में जाता है, बीच में कोई मध्यस्थ नहीं रह गया जिससे पूंजी सुरक्षित रहती है और बैंक से ब्याज भी मिलता है। यानी गरीबों के हक को भ्रष्टाचार किया गया और बचत का पैसा बैंक में जमा करने का माध्यम भी मिल गया।
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