बंगाल की खाड़ी में एक नया कम दबाव का क्षेत्र तैयार हो गया है। यह लगातार ताकतवर भी होता जा रहा है। अगले दो दिनों में इसके डिप्रेशन में बदलने की संभावना है। ताकतवर होने के बाद यह पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ेगा। इसके साथ ही प्रदेश में वर्षा की गतिविधियां एक बार फिर से बढ़ेंगी। इस सिस्टम के प्रदेश की ओर आने की संभावना है, जिससे प्रदेश के कई हिस्सों खास तौर पर पूर्वी मध्य प्रदेश में भारी वर्षा हो सकती है।
वर्तमान में एक मानसून ट्रफ मध्य प्रदेश से होकर बंगाल की खाड़ी तक बने कम दबाव के क्षेत्र के बीच बना हुआ है। मानसून ट्रफ के प्रदेश से गुजरने के चलते नमी मिल रही है। इस कारण कई जगहों पर रुक-रुककर वर्षा का सिलसिला जारी है।
मौसम विभाग के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी एसके नायक का कहना है, कि 17 अगस्त तक मानसून ट्रफ के सक्रिय होने और अपनी सामान्य स्थिति के दक्षिण में बने रहने की संभावना है। इस दौरान मध्यप्रदेश में अधिकाशं दिनों अनेक स्थानों पर गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने और कहीं कहीं भारी वर्षा की संभावना है। इसके बाद अवसाद में बदल चुका कम दबाव का क्षेत्र प्रदेश की ओर आ जाएगा जिससे बड़े हिस्से में एक बार फिर वर्षा की गतिविधियां जोर पकड़ लेंगी। अगले 24 घंटों में रीवा, शहडोल, जबलपुर संभाग के कई जिलों में वर्षा की गतिविधियां जारी रहेंगी।
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